कांधला: गढ़ी दौलत पूर्व प्रधान मतलब जंग की हार्ट अटैक से हुई मौत
-दो दशक पहले पुलिस झड़प में आए थे सुर्खियों में
रिपोर्ट- फुरकान जंग
कांंधला। क्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत निवासी पूर्व प्रधान मतलूब जंग की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पूर्व प्रधान की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया, और क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों ने गमगीन माहौल में मृतक के शव का दफना दिया। पूर्व प्रधान के जनाजे में पूर्व कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र सिंह सहित हजारों लोग शामिल रहे। क्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत निवासी पूर्व प्रधान मतलूब जंग मंगलवार की सुबह को अपने पड़ोस की हीं मस्जिद में फज्र की नमाज पढ़ने के लिए गए थे। नमाज पढ़ने के बाद पूर्व प्रधान जैसे हीं मस्जिद के बाहर निकले तो सीने में दर्द होने के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन उन्हें तुरंत हीं कार में डालकर शामली के लिए ले गए, लेकिन उन्होंने रास्ते में हीं दम तोड़ दिया। पूर्व प्रधान की मौत की सूचना से परिजनों में कोहराम मचने के साथ हीं क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों ने गमगीन माहौल में मृतक के शव का दफना दिया। गौरतलब है पूर्व प्रधान मतलूब जंग ग्राम पंचायत गंगेरू के तीन बार ग्राम प्रधान चुने गए। वह अपनी सादगी और इमानदारी के लिए जाने जाते थे। उनके नमाज-ए-जनाजा में पूर्व कैबिनेट मंत्री सहित अन्य राजनीतिक पार्टी के नेता वे क्षेत्र के हजारों लोग शामिल हुए।
दो दशक पहले पुलिस झड़प में आए थे सुर्खियों में
दो दशक पहले चौधरी मतलूब जंग कांधला थाने में तैनात थानाध्यक्ष जितेंद्र सिंह तोमर के साथ एक विवाद को लेकर झड़प में सुर्खियों में आए थे प्रदेश में उस वक्त बीजेपी की सरकार थी तथा मतलब जंग के साथ पूर्व सांसद चौधरी मुनव्वर हसन प्रमोद त्यागी हरेंद्र मलिक संजय चौहान जगत सिंह सहित विपक्ष से सभी नेताओं ने कांधला थाने का घेराव करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजा दिया था और प्रदेश की सरकार हिल गई थी।
समाजवादी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने की थी पक्ष में सभा
दो दशक पहले पूर्व थानाध्यक्ष के साथ झड़प हो जाने के बाद विवादों में घिरे पूर्व प्रधान मतलूब जंग के पक्ष में समाजवादी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कांंधला में सभा कर प्रशासन को खुली चुनौती दी थी और मतलब जंग के रुतबे को बड़ा था।
नो भाई बहन थे पूर्व प्रधान
पूर्व प्रधान मतलब जंग नो भाई-बहन थे जिनमें दूसरे नंबर के पूर्व प्रधान मतलब जंग थे मतलब जंग के कोई भी औलाद नहीं होने के कारण वह अपने भाई के बच्चों को अपने साथ रखते थे और बच्चों को हमेशा दुलार करते रहते थे।
घुड़सवारी का शौक रखते थे पूर्व प्रधान मतलब जंग
ग्राम वासियों की मानें तो पूर्व प्रधान मतलब जंग घुड़सवारी का शौक रखते थे और इलेक्ट्रॉनिक के जमाने में भी घोड़े पर सवार होकर क्षेत्र का दौरा करते थे ग्राम वासियों का कहना है कि मरने से दो दिन पहले भी पूर्व प्रधान मतलूब जंग घोड़े पर सवार होकर क्षेत्र में क्षेत्रवासियों से मिलने निकले थे जो कि किसी चाहने वाले ने वीडियो बनाकर टिक टॉक पर वायरल कर दी है और अब मरने के बाद वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
छोटे-मोटे झगड़े गांव में ही निपटा तेथे पूर्व प्रधान
मुखिया खानदान के नाम से मशहूर पूर्व प्रधान का घराना गांव में मशहूर है ग्राम वासियों का कहना है कि गांव में छोटे-मोटे झगड़े हो जाने पर पूर्व प्रधान दोनों पक्षों को अपने आवास पर बुलाकर दोनों पक्षों का मनमुटाव दूर कर समझौता कराते थे और भविष्य में कभी भी दोनों पक्षों को झगड़ा न करने की सलाह देते थे।
विरासत में मिला है मुखिया नाम
पूर्व प्रधान मतलूब जंग मुखिया के नाम से भी गांव व क्षेत्र में जाने जाते थे चार दशक पहले से चली आ रही मुखिया नाम की यह परंपरा पूर्व प्रधान मतलूब जंग ने विरासत में मिली थी ग्राम वासियों का कहना है कि चार दशक पहले पूर्व प्रधान मतलूब जंग के दादा भी मुखिया हुआ करते थे उसके बाद उनके पिताजी मुशरफ भी मुखिया के नाम से जाने जाते थे और अब पूर्व प्रधान मतलब जंग भी मुखिया के नाम से ही जाने जाते थे और उनके भाई व भतीजो को भी गांव वासी मुखिया के नाम से पुकारते हैं।