झोलाछाप डॉॅक्टरों का बिछा है कैराना देहात आर्यपुरी में जाल
-150 मीटर के अंतर्गत में बैठे है 8 झोलाझाप डॉक्टर
-सीएमओ संजय भटनागर का कहना है कि मेरी जानकारी में नहीं है।
कैराना। स्वयं को रजिस्टर्ड चिकित्सक बताकर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने के कारण इनके हौंसलें दिनों दिन बुलंद होते जा रहे हैं। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की ओर से इन पर कठोर कार्यवाही नहीं करने के कारण इन्होंने गांव-गांव में क्लीनिक लगा रखे हैं। कैराना देहात आर्यपुरी में 150 मीटर की दूरी पर 8 क्लीनिक खोले बैठे हैं झोलाछाप डॉक्टर। क्षेत्र में डॉक्टर इलाज का दावा कर रहे झोलाछाप मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम की इन पर अभी तक मेहरबान है। जिससे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का धंधा इनका ओर भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। कैराना देहात आर्यपुरी सहित क्षेत्र में कई जगह पर तो खुद को डिग्री का मत लाकर डॉक्टर लोगों को ठग रहे हैं। बगैर डिग्री के डॉ जो अस्पताल खोलकर लोगों का उपचार कर रहे हैं। खासकर बारिश के बाद मौसमी बीमारियों के फैलने पर इनका धंधा जोरों पर है।
विभाग नहीं कर रहा कार्रवाई
चिकित्साएवं स्वास्थ्य विभाग कई बार लोगों को इनके खिलाफ कार्यवाही को लेकर अपील की जाती है। जिसके बाद अधिकारी भी बैठक में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्णय लिए जाते हैं तथा बैठक में विभाग के अलग अलग शाखा के अधिकारियों की टीम गठित कर कार्रवाई को अंजाम देने के लिए रणनीति बनाई जाती है, लेकिन फिर यह टीम क्षेत्र में नाकारा साबित हो रही है। यह झोलाछाप चिकित्सक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में अंग्रेजी दवाओं के साथ प्रेक्टिस करने वाले डॉक्टर की डिग्री दवाइयां का रजिस्ट्रेशन लेकर धड़ल्ले से काम रहे हैं। चिकित्सा विभाग की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
इस बारे में जब सीएमओ संजय भटनागर शामली से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में नहीं है।